तान्गूत भाषा
तान्गूत भाषा (Tangut) या शी शिया भाषा ( 西夏) एक प्राचीन उत्तरपूर्वी तिब्बती-बर्मी भाषा थी जो कभी पश्चिमी शिया साम्राज्य के तान्गूत लोगों द्वारा बोली जाती थी। इसे कभी-कभी तिब्बती-बर्मी भाषा-परिवार की चिआंगी उपशाखा (Qiangic) में वर्गीकृत किया जाता है।[1] तान्गूत का तिब्बती भाषा और बर्मी भाषा से दूर का सम्बन्ध है। मंगोल सम्राज चंगेज़ ख़ान ने पश्चिमी शिया साम्राज्य को १२२६ में हमले के बाद नष्ट कर दिया और तान्गूत लोग और उनकी भाषा धीरे-धीरे लुप्त हो गए। तान्गूत लोग बौद्ध थे और बहुत से बौद्ध ग्रंथों का तान्गूत भाषा में अनुवाद लिया गया।[2] जब तक तान्गूत भाषा अस्तित्व में रही यह इस क्षेत्र की एक साहित्य-सम्पूर्ण मुख्य भाषा थी। इसमें ६,००० से अधिक पुस्तकें, पांडुलिपियाँ और शिलालेख मिलें हैं, जिनमें से लगभग आधी धर्म-सम्बन्धी हैं।[3] तान्गूत भाषा का आख़री लिखित नमूना सन् १५०२ से मिलता है और यह एक बौद्ध धारणी (धर्म-वाक्य) है।
लिपि
संपादित करेंलिपि के नज़रिए से जहाँ तिब्बती और बर्मी लिपियाँ भारत की ब्राह्मी लिपि की वंशज हैं वहाँ तान्गूत लिपि चीनी भावचित्रों पर आधारित थी (हालांकि चीनी लिपि से अलग थी)।
इन्हें भी देखें
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- ↑ 'Brightening' and the place of Xixia (Tangut) in the Qiangic subgroup of Tibeto-Burman Archived 2015-07-12 at the वेबैक मशीन, James Matisoff, 2004.
- ↑ Archaeological researches in the Edsen-gol region, Inner Mongolia: Together with the catalogue, Bo Sommarström, Folke Bergman, Sino-Swedish Expedition. Publication 39, 41. VII. Archaeology, 8-9, Statens Etnografiska Museum, 1957, ... vast numbers of monasteries and stupas were built and the holy scriptures were translated into the Tangut language ...
- ↑ Language Change in East Asia, Thomas E. McAuley, Psychology Press, 2001, ISBN 978-0-7007-1377-6, ... Khitan and Tangut were anything but blips. They developed sophisticated literatures and were each used for a couple of centuries till their states were assimilated by the Mongols, and both were used for some time after ... The Tangut state of Xixia, for example, has left us with over six thousand documents/inscriptions, over half of which are Buddhist ...