तारकरली (मराठी: तारकर्ली), महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के मालवन तालुका, का एक गांव है। आकर्षक समुद्र तट वाला यह स्थल तटीय महाराष्ट्र का एक लोकप्रिय पर्यटक गंतव्य है। यहाँ से, शिवाजी महाराज द्वारा निर्मित प्रसिद्ध नौसेनिक किले सिंधुदुर्ग को देख सकते हैं। यह गांव अपने रामनवमी उत्सव के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ हर साल महापुरुष मंदिर में रामनवमी के उत्सव की व्यवस्था की जाती है। इस अवसर पर विभिन्न नाटकों (मराठी नाटक) का मंचन किया जाता हैं।

तारकरली
—  गाँव  —
View of तारकरली, भारत
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समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०)
देश  भारत
राज्य महाराष्ट्र

निर्देशांक: 16°03′24″N 73°28′08″E / 16.056535°N 73.468752°E / 16.056535; 73.468752

यहाँ का समुद्र तट एक लंबी पर संकीर्ण पट्टी के रूप में स्थित है, जहां का पानी बहुत साफ है। किसी खुले दिन में 20 फीट की गहराई तक का सागर तल साफ दिखाई देता है। पृष्ठभूमि में 'शुरु' के पेड़ एक अनोखी छटा प्रस्तुत करते हैं। विस्तृत नदी, सुंदर पालनौकायें और नदी तट पर बनी सुन्दर द्वीपीय झोंपड़ियां तारकरली की सुरम्य सुंदरता को और बढ़ा देते हैं। अक्सर यहां अठखेलियां करती डॉल्फ़िनें देखी जा सकती हैं। यहाँ साल भर मछलियों पकड़ी जाती हैं, गर्मी और सर्दियों के दौरान समुद्र से और मानसून के दौरान प्रतीप जल से, मानसून में ऐसा सुरक्षा कारणों की वजह से भी किया जाता है।

तारकरली मालवन के दक्षिण में 8 किमी और मुंबई से यह लगभग 546 किमी की दूरी पर महाराष्ट्र के पश्चिमी तट पर स्थित है। यह करली नदी और अरब सागर के संगम पर स्थित है।

कैसे पहुँचें?

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मुंबई मडगाओं रेल मार्ग में कुदाल रेलवे स्टेशन से 35 किलोमीटर की दूरी पर स्तिथ तारकरली बीच है एवं मालवण कसबे से 5.5 कि.मी.की दूरी पे है

कहाँ ठहरें?

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एमटीडीसी रिज़ोर्ट, तारकरली

सामाजिक संगठन

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  • अखिल तारकरली ग्रामविकास मंडल, स्था। (1961)