तालमुद
तालमुद (Talmud) हिब्रू बाइबिल के बाद रब्बिनिक यहूदी धर्म का मुख्य विषय है। यह यहूदी धार्मिक दर्शन और यहूदी धार्मिक नियमों (हलाखा) का प्राथमिक स्रोत है।[1][2] इसका रचनाकाल ५वीं शताब्दी ई॰ू.॰से 3वीं सदी ई॰ तक का माना जाता है। तालमुद दो तरह के शास्त्रों का सम्मिलित रूप है।
इसका प्रथम भाग के शास्त्र मिश्नाह कहलाते है। मिश्नाह में यहूदी रीति रिवाजों का वर्णन किया गया है। तथा इसके दूसरे भाग के शास्त्र को गेमारा कहते हैं। गेमारा में यहूदी रब्बियों द्वारा सभी परम्पराओं पर लिखी गई टीकाएं शामिल हैं।
तालमुद दो प्रकार के है-
१.यरुशालेमी तालमुद
२.बेबीलोनीयन तालमुद
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ Steinsaltz, Adin (2009). "What is the Talmud?". The Essential Talmud (30th anniversary संस्करण). Basic Books. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9780786735419.
- ↑ Neusner, Jacob (2003). The Formation of the Babylonian Talmud. Wipf and Stock Publishers. पृ॰ ix. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 9781592442195.
बाहरी कड़ियाँ
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