पर्वतीय भागों में पाहाडी के दोनो ओर के सर्क एक दूसरे की तरफ सरकते हैं तो उनके मध्य का भाग अपरदित होकर नुकीला होने लगता हैं। अत्यधिक अपरदित होने के कारण नुकीली चोटी का विकास होता हैं और यह कंघी के दांतों के समान दिखाई पडती हैं। इसी भाग को ही तीक्ष्ण कटक या अरेत कहते हैं।

तीक्ष्ण कटक का उदाहरण