तुलसीराम उत्तर प्रदेश के कम्पिल नगर के निवासी थे। इनका समय सं0-1871-1900 है। आपने ‘ज्ञान कल्लोलिनी’ नामक ग्रंथ का प्रणयन किया है। बताया जाता है कि इन्होंने कृष्ण कथा का भी छन्दोबद्ध वर्णन किया है, लेकिन यह ग्रंथ अभी तक उपलब्ध नहीं हो सका।[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. सिंह, डॉ॰राजकुमार (जनवरी २००७). विचार विमर्श. मथुरा (उत्तर प्रदेश)- २८१००१: सारंग प्रकाशन, सारंग विहार, रिफायनरी नगर. पृ॰ १२४. |access-date= दिए जाने पर |url= भी दिया जाना चाहिए (मदद)सीएस1 रखरखाव: स्थान (link)