तृतीय गोलमेज सम्मेलन

इस सम्मेलन मे भारत सरकार अधिनियम 1935 ई. को अंतिम रूप दिया गया था

तृतीय गोलमेज सम्मेलन का आरम्भ 17 नवम्बर से 24 दिसम्बर 1932 को हुआ था। इस सम्मेलन में कांग्रेस ने भाग नहीं लिया था। तीनों सम्मेलनों के दौरान इंग्लैण्ड का प्रधानमंत्री रैम्जे मैकडोनाल्ड था। इस सम्मेलन के समय भारत के सचिव सेमुअल होर थे। सम्मेलन में भाग लेने वाले सदस्यों की कुल संख्या 46 थी।[1][2] इसमें उदारवादी नेता तेज बहादुर सप्रू और दलित नेता बी आर अम्बेडकर शामिल हुए ( तीनों गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने वाले नेता – तेज बहादुर सप्रू और अंबेडकर जी ही थे) ।

इस गोलमेज सम्मेलन के परिणाम में

1– श्वेत पत्र जारी किया गया

2– लॉर्ड लिनलिथगो समिति बनाई गई जिसकी अनुसंशा पर भारत सरकार अधिनियम 1935 आया।


  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 19 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 जुलाई 2015.
  2. "संग्रहीत प्रति". मूल से 12 मई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 जुलाई 2015.