त्रिकोण संख्या अथवा त्रिकोणीय संख्या दायीं ओर प्रदर्शित चित्र की तरह समबाहु त्रिभुज की रचना करने वाली वस्तुओं की गणना है। nवीं त्रिकोण संख्या, n बिन्दुओं से निर्मित भुजा वाले समबाहु त्रिभुज के कुल बिन्दुओं की संख्या है तथा इसका मान 1 से n तक की सभी n प्राकृत संख्याओं के योग के तुल्य है। त्रिकोणीय संख्याओं का अनुक्रम ०वीं त्रिकोण संख्या से आरम्भ होता है:

प्रथम छः त्रिकोण संख्याएँ
0, 1, 3, 6, 10, 15, 21, 28, 36, 45, 55, 66, 78, 91, 105, 120, 136, 153, 171, 190, 210, 231, 253, 276, 300, 325, 351, 378, 406 …

त्रिकोण संख्यायें निम्न सुस्पष्ट सूत्र द्वारा दी जाती हैं:

जहाँ द्विपद गुणांक है। यह n + 1 वस्तुओं में से चुने गये भिन्न युग्मों को निरूपित करता है और इसे "n में से दो का चयन" बोला जाता है।

कार्ल फ्रेडरिक गाउस ने अपनी युवावस्था में इसकी खोज की थी[1] हालांकि कुछ लोगों के अनुसार इसका मूल श्रेय 5 ई॰पू॰ में पाइथागोरसवाद को जाता है।[2]

  1. Hayes, Brian. "Gauss's Day of Reckoning". अमेरिकन साइंटिस्ट (अंग्रेज़ी में). कंप्यूटिंग साइंस. मूल से 2 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 अप्रैल 2015.
  2. Eves, Howard. "Webpage cites AN INTRODUCTION TO THE HISTORY OF MATHEMATICS". Mathcentral. मूल से 8 जनवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 March 2015.