त्रिपुरा बुरञ्जी
त्रिपुरा बुरञ्जी एक इतिहास ग्रन्थ (बुरंजी) है
त्रिपुरा बुरञ्जी एक इतिहास ग्रन्थ (बुरंजी) है जिसमें सन १७०९ से १७१५ के बीच अहोम राज्य तथा त्रिपुर राज्य के बीच के राजनियक सम्बन्धों का का विवरण है। इस बुरञ्जी की रचना १७२४ में अहोम राज्य के राजदूतों रत्न कान्दालि शर्मा कटकि और अर्जुन दास बैरागी कटकि ने की थी।