थम्स अप
थम्स अप (Thums Up) कोला का एक ब्रांड है। इसे 1977 में कोका-कोला कंपनी के भारत से हटने की भरपाई करने के लिये पेश किया गया था। बाद में इस ब्रांड को कोका-कोला ने खरीद लिया। 2022 में, कंपनी भारत में एक अरब डॉलर (बिलियन डॉलर) का ब्रांड बन गई।[1]
इतिहास
संपादित करेंथम्स अप की स्थापना 1977 में हुई थी। जब अमेरिकी कंपनी कोका-कोला ने भारत से अपना काम वापिस ले लिया था। ऐसा उसने इसलिए किया था क्यूंकि नए नियमों के अनुसार उसे अपना फॉर्मूला बताना था और भारत में अपनी 60% हिस्सेदारी किसी भारतीय कंपनी को बेचनी थी। पारले कंपनी ने फिर थम्स अप कोला को जारी किया। यह जल्द ही भारत में सबसे लोकप्रिय कोला ब्रांड बन गया
1991 में, जब भारत सरकार ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए बाज़ार खोला तो पेप्सी सबसे पहले आई। थम्स अप और पेप्सी ने बाद में विज्ञापनों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा की। पेप्सी के विज्ञापनों में जूही चावला जैसे प्रमुख भारतीय फ़िल्म सितारे शामिल थे। जबकि थम्स अप ने क्रिकेट प्रायोजन पर अपना खर्च बढ़ा दिया।[2] थम्स अप ने एक बड़ी 300 मिली की बोतल भी पेश की जिसे महाकोला नाम दिया। यह छोटे शहरों में लोकप्रिय हुआ जहाँ लोग थम्स अप के बजाय "महा कोला" माँगते थे। 1992 में कोका-कोला में भारतीय बाजार में पुन: प्रवेश किया। इस बढ़ती प्रतिस्पर्धा में कोका-कोला ने पारले बिसलेरी से थम्स अप, लिम्का, माज़ा आदि ब्रांड खरीद लिए ।[3]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "Thums Up ने किया 'तूफानी' काम, इतनी हुई पहले देसी कोल्ड ड्रिंक ब्रांड की वैल्यू". आज तक. 11 फरवरी 2022. अभिगमन तिथि 30 जून 2024.
- ↑ "कोल्ड डिंक का वह भारतीय ब्रांड जो शामिल हुआ एक बिलियन डॉलर क्लब में, इसके जन्म की है रोचक कहानी". नवभारत टाइम्स. अभिगमन तिथि 30 जून 2024.
- ↑ "Thums Up: थम्स अप 2021 में बना एक अरब डॉलर का ब्रांड, फोकस्ड मार्केटिंग और निष्पादन योजनाओं से रहा प्रेरित". www.india.com. अभिगमन तिथि 30 जून 2024.