थ्रोटलिंग गला घोटने का वह प्रकार है जिसमे गले को हाथ की अंगुलियों को कस कर दबा कर हत्या की जाती है। इसे 'मैन्युअल स्ट्रांगलिंग' भी कहा जाता है। गला दबाने के इस प्रकार में गर्दन पर निशान देखे जाते हैं जो कि कार्टिलेज के नीचे पाए जाते है। मुहं पर सूजन भी दिखाई देती है और नाक और कान से खून भी निकलता है। इसके साथ-साथ हह्योइड हड्डी का फ्रैक्चर भी पाया जाता है।[1] इस स्थिति में सांस रुकने के कारण रक्त का बहाव कम हो जाता है जिससे व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। थ्रोटलिंग के कारण मृतक के शरीर से मल का उत्सर्जन भी पाया जाता है। trotling ka sikar mahilao ko bhugtana padta h



  1. Gunther, Wendy. On Chokes (Medical), with quotations from Spitz and Fisher's Medicolegal Investigation of Death: Guidelines for the Application of Pathology to Crime Investigation. www.aikiweb.com.