दक्षिणपूर्व एशिया पर भारतीय प्रभाव का इतिहास

दक्षिणपूर्व एशिया का प्रभाव लगभग २०० ईसा पूर्व १५ वीं शताब्दी तक शुरू हुआ था

२०० ईसापूर्व से ही दक्षिणपूर्व एशिया भारत द्वारा प्रभावित होता र्हा है। यह प्रभाव १५वीं शताब्दी तक अनवरत चलता रहा। उसके पश्चात स्थानीय राजनीति अधिक प्रभावी हो गयी।

कम्बोडिया में स्थित अंकोर वाट मंदिर, जो विश्व का विशालतम हिंदू मंदिर है, और कम्बोडिया के राष्ट्रध्वज पर भी वर्णित है।

भारत ने दक्षिणपूर्व के राज्यों, जैसे बर्मा (ब्रह्मदेश), थाईलैण्ड (स्याम), इण्डोनेशिया, मलय प्रायद्वीप, कम्बोडिया (कम्बोज) और कुछ सीमा तक वियतनाम के साथ व्यापारिक, सांस्कृतिक और राजनैतिक सम्बन्ध स्थापित किये थे।

इन्हें भी देखें

संपादित करें