दक्षिण भारत जैन सभा भारत में जैनों की एक सौ वर्ष पुरानी संस्था है। इसकी स्थापना 1899 में हुई थी। इसके कई अध्यक्ष उत्तरी भारत से रहे हैं हालाँकि इसका मुख्य कार्यक्षेत्र महाराष्ट्र, कर्नाटक और गोवा है। इसी संस्था ने उच्चतम न्यायालय में जैनों को अल्पसंख्यक के रूप में मान्यता देने की याचिका दायर की थी।

दक्षिण भारत जैन
नामकरण जैन समुदाय
स्थापना 1899
वैधानिक स्थिति कार्यरत
उद्देश्य जैन समुदाय के हितों की रक्षा
जालस्थल www.jainsamaj.org

"प्रगति और जिनविजय" संस्था का सौ वर्ष पुराना समाचारलेख है। यह कोल्हापुर से मराठी में छपता है जबकि हुबली से यह कन्नड में छपता है।[1]

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 20 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 जनवरी 2018.