दही-हांडी एक भारतीय त्यौहार है। यह साल के अगस्त महीने में मनाया जाता है। कुछ लोग, ज्यादातर युवक इकट्ठे होकर एक मानव पिरामिड बनाते हैं। इसके पश्चात् ऊपर एक दही से भरी हांडी लटकी होती है, उसे फोड़ते हैं। इस त्यौहार के भागीदारों को गोविन्दा कहा जाता है।

दही-हांडी

दही हांडी को तोड़ने के लिए मानव पिरामिड का निर्माण
आधिकारिक नाम दही-हांडी
अनुयायी हिन्दू ,भारतीय

लोकप्रिय

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दही हांडी को तोड़ने के लिए मानव पिरामिड का निर्माण

दही-हांडी भारत के महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। यह कृष्ण जन्माष्टमी का एक हिस्सा है।

उत्सव और पुरस्कार

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प्रतिभागियों को 9 स्तरों से नीचे आमतौर पर मिलकर एक पिरामिड बनाते हैं और हांड़ी को तोड़ने के लिए 3 मौके दिये जाते हैं। पुरस्कार के रूप में प्रतिभागियों को रुपये दिये जाते हैं। [1]