दादरा और नगर हवेली एड्स नियंत्रण सोसाइटी

दादरा और नगर हवेली एड्स नियंत्रण सोसाइटी श्री विनोबा भावे सिविल अस्पताल सिलवासा में स्थित है। यह संस्था राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के दिशा निर्देशों के अंतर्गत देश की विभिन्न दूसरी एड्स नियंत्रण सोसाइटियों की तरह काम करती है।[1][2]

जिला स्तरीय घरेलू और सुविधा सर्वेक्षण - २००८ - दादरा और नगर हवेली एड्स नियंत्रण सोसाइटी के लिए दिशा की खोज संपादित करें

स्थानीय भाषा और अंग्रेजी में द्विभाषी प्रश्नावली जो घर-घर से संबंधित है, विवाहित महिलाओं, (१५-४९ आयु), अविवाहित महिला (उम्र १५ -२४), गांव और स्वास्थ्य सुविधा इस तीसरे जिला स्तरीय घरेलू और सुविधा सर्वेक्षण - २००८ में इस्तेमाल किये गये थे। घरेलू प्रश्नावली में घर के सभी सदस्यों और सामाजिक - आर्थिक विशेषताओं पर जानकारी ली गयी थी। विवाहित महिलाओं की प्रश्नावली में मातृ देखभाल, टीकाकरण और बच्चों की देखरेख, गर्भनिरोधक और प्रजनन वरीयताओं, एचआइवी / एड्स के बारे में ज्ञान एकत्रित किया गया। अविवाहित महिलाओं की प्रश्नावली महिलाओं विशेषताओं, पारिवारिक जीवन शिक्षा, प्रजनन के बारे में जागरूकता, स्वास्थ्य और गर्भनिरोध और एचआइवी / एड्स पर जानकारी ली गयी थी। इस सर्विक्षण से प्राप्त जनकरी में विशेष रूप से एड्स-सम्बंधित महिलाओं के ज्ञान की जानकारी इस तरह है:

  • यौन रोग जाननेवाली महिलाऐं - २७ (प्रतिशत - शहरी) २३ (प्रतिशत - ग्रामीण)
  • एचआइवी जाननेवाली महिलाऐं - ४० (प्रतिशत - शहरी) ३१ (प्रतिशत - ग्रामीण)
  • यौन रोग के लक्षण रखनेवाली महिलाऐं - २७ (प्रतिशत - शहरी) २९ (प्रतिशत - ग्रामीण)
  • एचआइवी परिक्षण केंद्र जाननेवाली महिलाऐं - ७० (प्रतिशत - शहरी) ६३ (प्रतिशत - ग्रामीण)
  • एचआइवी परिक्षण करवा चुकी महिलाऐं - १३ (प्रतिशत - शहरी) ७ (प्रतिशत - ग्रामीण)[3]

राज्य प्रशिक्षण और संसाधन केन्द्र संपादित करें

राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (NACO) ने अवर्ट सोसाइटी (Avert Society) को महाराष्ट्र, मुंबई, गोवा, दादरा और नगर हवेली के राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी और अवर्ट सोसाइटी के लिए राज्य प्रशिक्षण और संसाधन केन्द्र (STRC) का दर्जा दिया है।[4]

दादरा और नगर हवेली एड्स नियंत्रण सोसाइटी की एक समर्पित सदस्य का ब्यौरा संपादित करें

नलिनी मिका हबित ने अपनी सेवाएँ राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी, दादर और नगर ​​हवेली में एचआइवी / एड्स के कारण को समर्पित की है। २००४ में श्री विनोबा भावे सिविल अस्पताल, सिलवासा में काम करते हुए, वह कुशलतापूर्वक ज़हरीले पदार्थ (फ़ूड पोइज़निंग) के ममलों को सुलझाया। २००३ में पुल ढहने की एक घटना में, वह समय पर ५४ लोगों को जान बचने में कामयाब हुईं। २००५ में वह दादर नगर ​​हवेली में बाढ़ के दौरान जनजातीय लोगों के बीच जल-जनित संक्रमण को नियंत्रित क्षेत्र में काम किया। वह पल्स पोलियो शिविरों के दौरान किये गये अपने काम के लिए भी सराही गयी हैं।[5]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "Contact details of SACS pd list June Final 2012" (PDF). Indiaids.org. अभिगमन तिथि 9 जुलाई 2012.
  2. "State AIDS Programme Offices". Indiaids.org. अभिगमन तिथि 9 जुलाई 2012.[मृत कड़ियाँ]
  3. "FACT SHEET: DADRA & NAGAR HAVELI" (PDF). International institute for population sciences (Deemed University), Mumbai, Ministry of Health and Family Welfare, 2007-2008, DLHS- 3. मूल से 20 अप्रैल 2013 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 9 जुलाई 2012. |publisher= में 127 स्थान पर line feed character (मदद)
  4. "Avert Society inaugurates State Training and Resource Centre". Avertsociety.org. मूल से 26 अप्रैल 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जुलाई 2012.
  5. "Citations of Nursing Personnel Selected for National Florence Nightingale Award for the Year 2011". The Trained Nurses' Association of India. मूल से 4 मार्च 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 9 जुलाई 2012.