दानव राजवंश
दानव वंश प्रगज्योतिष में शासकों की पहली पौराणिक पंक्ति थी, जिसे महिरंग दानव द्वारा स्थापित किया गया था।.[1]महिरंग दानव किरात मूल का था। कालिका पुराण में इन शासकों का उल्लेख है, हालांकि कोई पुरातात्विक साक्ष्य नहीं हैं,दानव वंश में किरात प्रमुख शामिल थे; जिनमें से अंतिम, घटकासुर, मारा गया और उसकी जगह नरका ने ले ली थी।.[2]
दानव राजवंश | |||||||
---|---|---|---|---|---|---|---|
Status | प्रसिद्ध | ||||||
|
कालक्रम
संपादित करें- महिरंग
- हटकासुर
- सांभरसुर
- रत्नासुर
- घटकासुर
टिप्पणियाँ
संपादित करेंसन्दर्भ
संपादित करें- Gait, Edward A (1906), A History of Assam, Calcutta
- Sircar, D C (1990), "Epico-Puranic Myths and Allied Legends", प्रकाशित Barpujari, H K (संपा॰), The Comprehensive History of Assam, I, Guwahati: Publication Board, Assam, पपृ॰ 79–93