दयातत्त्व रघुनन्दन द्वारा रचित एक संस्कृत ग्रन्थ है। इसमें हिन्दुओं के उत्तराधिकार प्रक्रिया का विवेचन है। सम्भवतः रघुनन्दन दायभाग के रचयिता जीमूतवाहन के शिष्य थे।