ऐतिहासिक रूप से दार्जिलिंग और इसके आसपास का तराई क्षेत्र तत्कालीन किरात राज्य का हिस्सा था जिसे बिजयपुर के नाम से जाना जाता था। विजयपुर राज्य के विघटन के बाद, इस क्षेत्र पर सिक्किम और भूटान का कब्जा हुवा।