दिनेशनन्दिनी डालमिया

साहित्यकार

दिनेश नंदिनी डाल्मिया (16 फरवरी, 1928 – 25 अक्टूबर, 2007) हिन्दी साहित्यकार थीं। उनको भारत सरकार द्वारा सन २००६ में साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था।[2]

दिनेश नन्दिनी डालमिया
जन्म 16 फ़रवरी 1928
उदयपुर, वर्तमान राजस्थान
मौत 25 अक्टूबर 2007(2007-10-25) (उम्र 79 वर्ष)
दिल्ली
पेशा कवयित्री
लघु कथा लेखिका
उपन्यासकार
जीवनसाथी रामकृष्ण डालमिया[1]
पुरस्कार पद्मभूषण
सक्सेरिया सम्मान
महिला सशक्तीकरण पुरस्कार
प्रेमचन्द पुरस्कार

दिनेश नन्दिनी का जन्म राजस्थान के उदयपुर शहर में हुआ थ। उन्होने सन् 1944 में नागपुर विश्वविद्यालय से हिन्दी साहित्य में एम.ए. किया। छात्रजीवन से ही लिखना शुरू किया। गद्य-गीत रचना में विशेष रुचि रही।

प्रमुख कृतियाँ

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गद्य-गीत संग्रह

‘शबनम’, ‘मौक्तिमाल’, ‘शारदीया’, ‘दुपहरिया के फूल’, ‘वंशीरव’, ‘उनमन’, ‘स्पन्दन’, ‘शर्वरी’, ‘चिन्तन’

कविता-संग्रह

‘सारंग’, ‘मनुहार’, ‘प्रतिच्छाया’, ‘उरवाती’, ‘इति’, ‘जागती हुई रात’, ‘हिरण्यगर्भा’

उपन्यास

‘मुझे माफ़ करना’, ‘आहों की बैसाखियाँ’, ‘कंदी का धुआँ’, ‘सूरज डूब गया’, ‘फूल का दर्द’, ‘आँख मिचौली’, ‘यह भी झूठ है’

कहानी-संग्रह

‘चूड़ी चटक गई।’

उत्तर प्रदेश का ‘प्रेमचन्द पुरस्कार’, ‘सेकसरिया पुरस्कार’, ‘पद्मभूषण’ आदि से सम्‍मानित।

  1. [1][मृत कड़ियाँ]
  2. "K.K. Talwar, Sibal get Padma Bhushan" [के के तलवार, सिबल को पद्म भूषण मिला] (अंग्रेज़ी में). द ट्रिब्यून. २५ जनवरी २००६. मूल से 25 मार्च 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि ८ दिसम्बर २०१३.

बाहरी कड़ियाँ

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