दिनेश जोसेफ़ डिसूज़ा (जन्म 25 अप्रैल, 1961) एक भारतीय-अमेरिकी राजनीतिक टीकाकार, लेखक और फ़िल्म निर्माता हैं। 2010 से 2012 तक, वे द किंग्स कॉलेज, न्यूयॉर्क शहर में एक ईसाई पाठशाला के अध्यक्ष थे।[1][2][3] डिसूजााा एक सामान्य पुर्तगालीीी भाषा का शब्द्द है

वॉशिंगटन, डी॰ सी॰ में दिनेश डिसूज़ा, 2016

1987 से 1988 तक, वे वाइट हाउस के एक वरिष्ठ घरेलू नीति विश्लेषक थे। इसके अलावा उन्होंने कई पुस्तकें लिखीं जो न्यूयॉर्क टाइम्स बेस्टसेलर सूची पर नामांकित हुई।

डिसूज़ा ने विभिन्न उदारवादी मान्यताएँ और परियोजनाएँ, मिसाल के तौर पर सकारात्मक कार्रवाई और सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों की आलोचना की है। वे 'नवनास्तिकता' के आलोचक भी हैं।[4][5][6]

  1. "Forbes Article Spurs Media Soul Searching". The New York Times. September 24, 2010. मूल से 14 जून 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि September 7, 2012.jug
  2. Kaminer, Ariel (October 19, 2012). "Dinesh D'Souza is out as King's college president in scandal". The New York Times. मूल से 31 जनवरी 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 अप्रैल 2017.jug
  3. "New Atheists Are Not Great". Christianity Today. मूल से 1 नवंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि September 7, 2012.
  4. Dinesh D'Souza. "Staring into the Abyss". Christianity Today. मूल से 1 नवंबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि September 7, 2012.
  5. "Dinesh D'Souza: What's So Great About Christianity". FORA.tv. मूल से 16 अक्तूबर 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि September 7, 2012.
  6. "What's So Great About Christianity". C-spanvideo.org. February 8, 2008. मूल से 14 अप्रैल 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि September 7, 2012.