दिमित्री मेदवेदेव (रूसी में Дмитрий Медведев) यह रूसी राजनीतिज्ञ है जो 2008-2012 में रूसी महासंघ का राष्ट्रपति थे। 2012 से 2020 तक वह रूस के प्रधानमंत्री थे।

मेदवेदेव का जन्म 1965 को लेनिनग्राद में हुआ था। वह लेनिनग्राद विश्वविद्यालय में न्यायशास्त्र पढ़ता थे। 1988 से 1997 तक वह इस विश्वविद्यालय में व्यवहार विधि पढ़ाता थे। उसी समय में वह व्लादिमीर पुतिन के साथ सेंट पीटर्सबर्ग की नगरपालिका में काम करता थे। 2000 में वह पुतिन के चुनाव अभियान के लिए ज़िम्मेदार थे। 2000 से 2008 तक वह गाज़प्रोम के मुख्य निर्देशक के रूप में काम करता थे। 2004 से वह रूसी सुरक्षा परिषद् का सदस्य थे। 2005 में पुतिन ने उसको उपप्रधान मंत्री के पद पर नियुक्त किया। 2008 में कई दलों के संघ ने (अखंड रूस, न्यायी रूस, खेतिहर दल) मेदवेदेव को राष्ट्रपति के पद के लिए सिफारिश किया था।

2008 के चुनाव में मेदवेदेव ने वोटों के 70 प्रतिशत को प्रप्त किया। मेदनेदेव के शासन के दौरन रूस जोर्जिया से युद्ध करता था। 2008-2009 में रूस में आर्थिक संकट घटित हुआ। मेदवेदेव ने पुलिस और सैन्य के सुधार शुरू किया। उसके शासन के दौरन रूसी-अमरिकी व्यवहार सुधर हो गए।

रूसी उदारवादी विरोधियों के ख्याल में मेदवेदेव पुतिन पर निर्भर होता है। उसी समय में मेदवेदेव सरकार में उदार समूह का नेता माना जाता है। इसलिए वह अक्सर राष्टरवादी राजनीतिज्ञों के द्वारा आलोचना किया जाता है।

[1] - मेदवेदेव का आधिकारिक साइट