दिलीप बोरकार
भारतीय कोंकणी भाषा के विख्यात साहित्यकार
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दिलीप बोरकार कोंकणी भाषा के विख्यात साहित्यकार हैं। इनके द्वारा रचित एक यात्रा–वृत्तांत गोमांचल ते हिमालय के लिये उन्हें सन् 1995 में साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।[1]
दिलीप बोरकार | |
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पेशा | साहित्यकार |
भाषा | कोंकणी भाषा |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
विषय | यात्रा–वृत्तांत |
उल्लेखनीय कामs | गोमांचल ते हिमालय |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "अकादमी पुरस्कार". साहित्य अकादमी. मूल से 15 सितंबर 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 11 सितंबर 2016.
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