दिल्ली विधान सभा चुनाव, 2025
दिल्ली के सभी 70 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए विधान सभा चुनाव फरवरी 2025 को या उससे पहले आयोजित करवाए जायेंगे।
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दिल्ली विधान सभा की सभी 70 सीटे बहुमत के लिए चाहिए 36 | |||||||||||||||||||||||||
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पृष्टभूमि
संपादित करेंपिछला विधानसभा चुनाव फरवरी 2020 में हुआ था। चुनाव के बाद, आम आदमी पार्टी ने सरकार बनाई, जिसमें अरविंद केजरीवाल तीसरी बार मुख्यमंत्री बने। 7वीं दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 15 फरवरी 2025 को समाप्त होने वाला है।
केजरीवाल का इस्तीफा
संपादित करेंअरविंद केजरीवाल ने सितंबर 2024 में दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया, जिसका मुख्य कारण उनके खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोप थे, विशेष रूप से शराब नीति से जुड़े मामले में। इसी आरोप में वह पांच महीने तक जेल में में बंद रहे थे और जिसके बाद उन्हें जमानत पर रिहा किया गया था। उनका इस्तीफा आगामी चुनावों से पहले अपनी नैतिक छवि को पुनः स्थापित करने और अपनी पार्टी, आम आदमी पार्टी की साख को बचाने के प्रयास के रूप में देखा गया।[1]
इस निर्णय का एक और कारण भाजपा के साथ चल रही राजनीतिक खींचतान को भी माना गया। भाजपा ने उनकी सरकार को बर्खास्त करने की मांग की थी, और केजरीवाल ने इस्तीफा देकर इस कदम को विफल कर दिया। इसके अलावा, जमानत की शर्तों के तहत वे मुख्यमंत्री पद पर प्रभावी ढंग से काम नहीं कर सकते थे, इसलिए इस्तीफा देना उनके लिए राजनीतिक रूप से सही कदम माना गया। उनका यह कदम आगामी विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति को मजबूत करने और जनता से नई मांग के साथ सामने आने का प्रयास है।[2][3]
संदर्भ
संपादित करें- ↑ "Arvind Kejriwal's move to resign is a political sixer. 5 big reasons why". India Today (अंग्रेज़ी में). 2024-09-16. अभिगमन तिथि 2024-10-08.
- ↑ "What Chief Minister Arvind Kejriwal's Resignation Says About Indian Politics". thediplomat.com (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2024-10-08.
- ↑ Jeelani, Gulam (16 सितंबर 2024). "'Reclaiming high moral ground' - 5 key reasons unpacking Arvind Kejriwal's bold move to resign as Delhi Chief Minister". Mint.