दीपक मिश्रा
न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा (जन्म 3 अक्टूबर 1953) भारत के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं।[2] वे 27 अगस्त, 2017 को पूर्व मुख्य न्यायाधीश जगदीश सिंह खेहर के सेवानिवृत्ति के बाद भारत के 45वें मुख्य न्यायाधीश बने।[3] उन्होने भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में 28 अगस्त 2017 को शपथ ग्रहण की। उनका कार्यकाल 2 अक्टूबर, 2018 को समाप्त हो गया।[4] पूर्व में वे पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश रह चुके हैं।
दीपक मिश्रा | |
भारत के पूर्व मुख्य न्यायधीश दीपक मिश्रा | |
कार्यकाल 28 अगस्त, 2017 – 2 अक्टूबर 2018 | |
द्वारा नियुक्त | राम नाथ कोविन्द (भारत के राष्ट्रपति) |
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पूर्व अधिकारी | जे एस खेहर |
उत्तराधिकारी | रंजन गोगोई |
न्यायाधीश, भारत का उच्चतम न्यायालय
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कार्यकाल 10 अक्टूबर 2011 – 27 अगस्त, 2017 | |
मुख्य न्यायाधीश, पटना उच्च न्यायालय
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कार्यकाल दिसंबर 2009 – मई 2010 | |
मुख्य न्यायाधीश, दिल्ली उच्च न्यायालय
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कार्यकाल 24 मई 2010 – 9 अक्टूबर 2011 | |
जन्म | 3 अक्टूबर 1953 |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
3 अक्टूबर 1953 को जन्मे श्री मिश्र ने वर्ष 1977 में उड़ीसा उच्च न्यायालय में एक अधिवक्ता के तौर पर अपना कैरियर शुरू किया था और वर्ष 1996 में उड़ीसा उच्च न्यायालय में न्यायधीश बने थे। उनका स्थानांतरण मार्च 1997 में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय में कर दिया गया था और पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश के पद पर प्रोन्नति पाने के पूर्व वे वहीं पदस्थापित थे।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 28 जुलाई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 जुलाई 2017.
- ↑ "चार बड़े मामले जिन पर नए चीफ़ जस्टिस दीपक मिश्रा को करना है फैसला". मूल से 6 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 सितंबर 2017.
- ↑ "नए चीफ़ जस्टिस दीपक मिश्रा के 5 चर्चित आदेश". मूल से 5 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 सितंबर 2017.
- ↑ "Historic verdicts delivered during CJI Dipak Misra's tenure". मूल से 3 नवंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 अक्तूबर 2018.