दीपा शशिंद्रन (मलयालम: ദീപ ശശീന്ദ്രൻ जन्म: 3 जुलाई 1974) कुचीपुड़ी की प्रमुख प्रतिपादक मंजू भार्गवी की शिष्या और भारतीय नर्तिका हैं। वह भारतीय शास्त्रीय नृत्य कला कुचिपुड़ी की शिक्षिका, कला प्रेरक और उद्यमी हैं।

दीपा शशिंद्रन

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा संपादित करें

दीपा ने शुरुआत में 5 वर्ष की उम्र में प्रसिद्ध गुरु कलामंडलम ऊषा दातार और डॉ. सावित्री रामैया से शास्त्रीय नृत्य रूप सीखा। फिर प्रसिद्ध कुचिपुड़ी प्रतिपादक मंजू भार्गवी के तहत 8 साल की उम्र में कुचिपुड़ी नृत्य सीखना शुरू किया। वह वर्तमान में गुरु वेम्पति रविशंकर द्वारा प्रशिक्षित की जा रहीं हैं।[1]

करियर संपादित करें

वह बैंगलोर में कुचिपुड़ी में प्रशिक्षण देने और प्रचार करने के लिए कुचिपुड़ी परम्परा फाउंडेशन की संस्थापक हैं। हाल ही में फाउंडेशन ने श्री कायथराम दामोदरन की अध्यक्षता में कालीकट में स्वाति थिरुनल अकादमी में मास्टर कक्षाएं संचालित करने में अपनी सेवाओं का विस्तार किया है। 1995 से वह दूरदर्शन से मान्यता प्राप्त कलाकार हैं।

सन्दर्भ संपादित करें

  1. "News द हिन्दू - 22 अगस्त 2014". मूल से 14 दिसंबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 30 मार्च 2020.