दीप्ति ओमचेरी भल्ला
मोहिनीअट्टम नृत्यांगना दीप्ति ओमचेरी भल्ला देश के उन चुनिंदा कलाकारों में से हैं, जो नृत्य के साथ संगीत में भी पारंगत हैं। दीप्ति की नृत्य और संगीत की शिक्षा चार साल की उम्र में ही शुरू हो गई थी।
मोहिनी अर्थात मन को मोहने वाली व अट्टम अर्थात नृत्य. मोहिनीअट्टम केरल का मशहूर शास्त्रीय नृत्य है, जिसे सबसे ज़्यादा पुरानी नृत्य शैलियों में शुमार किया जाता है।
दीप्ति ने नृत्य की शुरुआत कथकली सीखने से की। पर उनका रुझान एकल नृत्य प्रस्तुति की ओर होने की वजह से उन्होंने आगे चलकर मोहिनीअट्टम को प्राथमिकता दी। दीप्ति ने मोहिनीअट्टम का प्रशिक्षण कलामंडलम कल्याणीकुट्टी अम्मा से लिया. उन्होंने कर्नाटक संगीत की शिक्षा माँ लीला ओमचेरी से लीं। इसके अलावा उन्होंने हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में भी दक्षता हासिल की.
उन्होंने कर्नाटक संगीत में एमए, एमफिल और पीएचडी की डिग्री हासिल की. इसके अलावा उन्होंने डागर बंधु और यूनुस हुसैन खान जैसे दिग्गजों से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के गुर सीखे दीप्ति देश के सभी मुख्य नृत्य समारोहों में में अपनी प्रस्तुति दे चुकी हैं. इनमें प्रमुख हैं, खजुराहो नृत्य समारोह, अवध संध्या समारोह, अपना उत्सव, मम्मलपुरम समारोह।
इसके अलावा दीप्ति विदेश में भी अपनी पहचान बना चुकी हैं. उन्होंने अपनी मां के साथ मिलकर कर्नाटक संगीत पर कई किताबें भी लिखीं. वे फ़िलहाल दिल्ली विश्वविद्यालय में कर्नाटक संगीत की प्रोफेसर हैं। 2007 में उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार मिला।
इसके साथ ही नृत्य में उनकी कला यात्रा जारी है
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