दीया कुमारी
राजकुमारी दीया कुमारी (जन्म: 30 जनवरी 1971, बाड़मेर गोव्टरमेंट हॉस्पिटल) एक भारतीय राजनीतिज्ञ तथा वर्तमान में राजस्थान के उपमुख्यमंत्री हैं। वह राजसमन्द से लोकसभा सांसद थीं एवं वे पूर्व राजस्थान विधानसभा में सवाई माधोपुर से विधायक थी। जयपुर की राजकुमारी दिया कुमारी जी जयपुर के महाराजा सवाई सिंह और महारानी पद्मिनी देवी की पुत्री हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में दीया कुमारी राजसमन्द से सांसद बनीं, लेकिन राजस्थान विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद उन्होंने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। मौजूदा विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें विद्यानगर सीट से मैदान पर उतारा था। जिसमें उन्होंने कांग्रेस के सीताराम अग्रवाल को हराया। वर्तमान में राजस्थान राज्य की नवनिर्वाचित उप मुख्यमंत्री हैं 15 दिसंबर को शपथ ग्रहण किया है।[1]
राजकुमारी दीया देवी | |
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उप मुख्यमंत्री, राजस्थान सरकार
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पदस्थ | |
कार्यालय ग्रहण 15 दिसम्बर 2023 Serving with प्रेमचंद बैरवा | |
राज्यपाल | हरिभाऊ बागड़े |
मुख्यमंत्री | भजन लाल शर्मा |
कार्यकाल 2023 - 2028 | |
जन्म | 30 जनवरी 1971 जयपुर, राजस्थान, भारत |
जीवन संगी | नरेन्द्र सिंह |
बच्चे | महाराज कुमार पद्मनाभ सिंह (पुत्र) राजकुमार महाराज लक्ष राज सिंह (पुत्र) राजकुमारी गौरवी कुमारी (पुत्री) |
धर्म | हिन्दू |
जीवनी
संपादित करेंउनकी प्रारम्भिक शिक्षा मॉडर्न स्कूल, नई दिल्ली और महारानी गायत्री देवी गर्ल्स पब्लिक स्कूल, जयपुर में हुई, बाद में सजावटी कला पाठ्यक्रम के लिए लंदन चली गयी।[2] वो परिवार की विरासत को सजाने और सम्भालने का कार्य करती हैं, जिसमें सिटी पैलेस, जयपुर जो उनका आंशिक निवास स्थान भी है, जयगढ़ दुर्ग, आमेर एवं दो ट्रस्ट: महाराजा सवाई सिंह द्वितीय संग्राहलय ट्रस्ट, जयपुर एवं जयगढ़ पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट शामिल हैं। वो दो विद्यालयों का भी कार्यभार सम्भालती हैं: द पैलेस स्कूल और महाराजा सवाई भवानी सिंह स्कूल। वो तीन राजभवन होटलों; होटल राजमहल पैलेस, जयपुर, होटल जयपुर हाउस, माउंट आबु और होटल लाल महल पैलेस के प्रबंधन का कार्य भी करती हैं।[3]
इकलोती सन्तान होने के नाते, राजकुमारी दीया कुमारी व्यक्तिगत रूप से अपनी दादी राजमाता गायत्री देवी की देखरेख में पली बढ़ी। वो विरासत की संरक्षक और अस्तित्वमय जयपुर के शाही परिवार की कला और संस्कृति को बनाए रखने के लिए एक राजकुमारी का कार्य कर रही हैं।[4]
राजकुमारी दिया और महाराजा नरेन्द्र सिंह से विवाह के बाद तीन सन्तान हुईं। उनके बड़े पुत्र महाराज पद्मनाथ सिंह का जन्म 2 जुलाई 1998 को हुआ, जो वहाँ के स्वर्गीय महाराजा भवानी सिंह द्वारा 22 नवम्बर 2002 को उनका युवराज घोषित किया गया और 27 अप्रैल 2011 को जयपुर की गद्दी पर विराजमान हुए। उनके दूसरे पुत्र का नाम राजकुमार लक्ष राज सिंह है और उनकी पुत्री राजकुमारी गौरवी कुमारी हैं।[2]
राजनीति
संपादित करेंअपनी दादी राजमाता गायत्री देवी के कदमों का अनुसरण करते हुए, राजकुमारी दिया कुमारी ने भी अन्ततः राजनीति में प्रवेश कर लिया। उन्होंने 10 सितम्बर 2013 को, जयपुर में एक रैली के दौरान, गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी, तत्कालीन भाजपाध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह और वसुन्धरा राजे की उपस्थिति में औपचारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली।[5][6]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "कौन हैं राजकुमारी दीया, जिन्हें बनाया गया राजस्थान का डिप्टी सीएम". प्रभात खबर. 12 दिसंबर 2023. अभिगमन तिथि 14 दिसंबर 2023.
- ↑ अ आ "Princess Diya Kumari biography from Maharaja Sawai Mansingh II Museum". मूल से 18 जनवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 सितंबर 2013.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 27 नवंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 सितंबर 2013.
- ↑ Nona Walia, A princess is like a CEO Archived 2013-07-10 at the वेबैक मशीन, Times of India, Oct 12, 2010.
- ↑ "Jaipur princess joins BJP" [जयपुर की राजकुमारी भाजपा में शामील] (अंग्रेज़ी में). द टेलीग्राफ. 10 सितम्बर 2013. मूल से 14 सितंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 सितम्बर 2013.
- ↑ "सुराज रैली: भाजपा का दावा छह लाख लोग आए". राजस्थान पत्रिका. 10 सितम्बर 2013. मूल से 27 सितंबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 सितम्बर 2013.
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