दुनिया के मज़दूरो एक हो जाओ!
राजनीतिक नारा "दुनिया के मज़दूरो एक हो जाओ!" कार्ल मार्क्स और फ्रेडरिक एंगेल्स द्वारा कम्युनिस्ट घोषणापत्र (1848) के रैली के नारों में से एक है[1] [2] [3] [4] (जर्मन: Proletarier aller Länder, vereinigt Euch!, शब्दानुसार 'हर देश के प्रोलतारी (सर्वहारे के लोग), एक हो जाओ) से रैली के नारों , शाब्दिक रूप से [5] लेकिन जल्द ही अँग्रेज़ी में इसे "Workers of the world, unite! You have nothing to lose but your chains!" के रूप में लोकप्रिय किया गया [5] और हिन्दी में "मज़दूरों को अपनी (ग़ुलामी की) ज़ंजीरों के सिवा खोना ही क्या है? और जीतने को सारी दुनिया पड़ी है। (सारी) दुनिया के मज़दूरो, एक हो जाओ!"।
इस वाक्यांश का एक रूपांतर "Workers of all lands, unite" (हर देश के मज़दूरो, एक हो जाओ) भी मार्क्स के मक़बरे पर अंकित है।[6] इस नारे का सार यह है कि दुनिया भर में मज़दूर वर्ग के सदस्यों को पूँजीवाद को हराने और वर्ग संघर्ष में जीत हासिल करने के लिए साथ मिलकर काम करना चाहिए।[7]
- ↑ Gabrijela Kišiček; Igor Ž. Žagar (3 October 2013). What Do We Know About the World?: Rhetorical and Argumentative Perspectives. University of Windsor. पृ॰ 471. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-920233-70-2.
One of the most famous rallying cries of communism Workers of the world, unite!
- ↑ Simon Levis Sullam (21 October 2015). Giuseppe Mazzini and the Origins of Fascism. Palgrave Macmillan US. पृ॰ 91. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-137-51459-2.
only a few years later, would give the famous rallying cry Workers of t...
- ↑ Edward R. Kantowicz (1999). The Rage of Nations. Wm. B. Eerdmans Publishing. पृ॰ 21. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-8028-4455-2.
titled The Communist Manifesto, which contained the famous rallying cry: "Workers of the w...
- ↑ Ronald Niezen (15 April 2008). A World Beyond Difference: Cultural Identity in the Age of Globalization. John Wiley & Sons. पृ॰ 129. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-4051-3710-2.
The famous rallying cry from The Communist Manifesto, “workers of the world unite!” was meant only to hasten the [...]
- ↑ अ आ "Translator's note to the Communist Manifesto". Marxists.org. Marxist Internet Archive. अभिगमन तिथि 14 February 2015.
- ↑ Wheen, Francis (2002). "Introduction". Karl Marx: A Life. New York: Norton.
- ↑ Ayres, Robert U. (2023). The history and future of economics. Cham: Springer. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-3-031-26208-1.