दुर्घटना विश्लेषण के क्रम कारण या एक दुर्घटना या दुर्घटनाओं की श्रृंखला के कारणों का निर्धारण करने के लिए इतनी के रूप में एक समान प्रकार की आगे की घटनाओं को रोकने के लिए किया जाता है। इसे दुर्घटना की जाँच भी कहा जा सकता है। दुर्घटना विश्लेषण विशेषज्ञों के दुवरा ही किया जाता है जैसे की, फोरेंसिक वैज्ञानिकों, इंजीनियरों फोरेंसिक या स्वास्थ्य और सुरक्षा सलाहकारों।

दुर्घटना मे नष्ट हुए गाड़ी(10431756266)

दुर्घटना विश्लेषण चार चरणों में किया जाता है:

  1. तथ्य एकत्र जब दुर्घटना होती है तब फॉरेंसिक का काम शुरु हो जाता है। सरे सबूत इक्कठा करना दुर्घटना के स्थान से और दुर्घटना से जुड़े हुए सबूत और जानकारी इक्कठा करना पेहला काम है।
  2. तथ्य विश्लेषण जब सरे सबूत और जानकारी इक्कठा हो जाती है तो विशेषज्ञों उसका विश्लेषण करते है। उसे एक छवि बन जाती है कि दुर्घटना कब, कहा और कैसे हुआ है।
  3. निष्कर्ष चित्रकारी यदि दुर्घटना इतिहास पर्याप्त जानकारीपूर्ण है, निष्कर्ष करणीय और योगदान कारकों के बारे में खींचा जा सकता है।
  4. काउंटर उपाय कुछ मामलों में जवाबी उपायों के विकास के वांछित है या सिफारिशों एक ही तरह के आगे दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जारी किया जाना है।

रिकॉर्डिंग

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दुर्घटना को रिकॉर्ड करना जरूरी होता है। दस्तावेज़ के लिएऔर कानूनी करवाई के लिए। रेकोडिंग के भी तरीके है जैसे की:

  • तस्वीरो से रिकॉर्ड किया जाता है।
  • रेखा-चित्र से किया जाता है।
  • विडियो बनाई जाती है।

दुर्घटना विश्लेषण करने के भी बहुत तरीके है, इन तीन श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है:

  • कारण विश्लेषण
  • विशेषज्ञ विश्लेषण
  • संगठनात्मक विश्लेषण
  • "Accident Investigation". U.S. Department of Labor, Occupational Safety & Health Administration. मूल से 17 मई 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-05-12.

बाहरी कड़ियाँ

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