दुर्बा बेनर्जी
पहली भारतीय महिला वाणिज्यिक पायलट
दुर्बा बेनर्जी इंडियन एयरलाइंस की पहली महिला (1956 में) पायलट और भारत की पहली व्यापारिक (कामरशियल) पायलट रही हैं। [1][2][3]
दुर्बा बेनर्जी | |
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जन्म | भारत |
जीवनसाथी | अविवाहित |
प्रारंभिक जीवन
संपादित करेंएक बालिका के रूप में बेनर्जी जहाज़ों और उड़ने में रुचि रखती थी और भविष्य में स्वयं जहाज़ चलाना चाहती थी। वह अपने समय की पहली महिला थी जिसने आम परम्परा के विपरीत इस क्षेत्र में प्रवेश किया।[4]
कार्य
संपादित करेंबेनर्जी ने अपनी पहली उड़ान कलिंगा एयललाइंस के एयर सर्वे पायलट के रूप में 1959 में प्रारंभ की। [4][5]
वह कोलकाता में इंडियन एयललाइन्स के कार्यालय में 1966 में शामिल हो गई और 1988 में सेव निवृत्त हुई। [4] ऐसा माना जाता है कि जब वह पहली बार केन्द्रीय हवाबाज़ी मंत्री हुमायूँ कबीर से मिलकर व्यापारिक पायलट की अनुमति माँगी, तो वह झिझक गए और उसे उड़ान सहायक (flight attendant) का पद देना चाहा।
- बेनर्जी को सर्वाधिक 185000 घण्टे उड़ान का श्रेय प्राप्त है। [4][6]
- बेनर्जी एफ़ 27 टर्बो प्रॉप एयरक्राफ़्ट में कमान्डर की पद पर नियुक्त हुई थी। [5]
- बी 737 200 श्रंखला के आगमन के पश्चात वह स्वयं जेट पायलेट के रूप में मान्यता प्राप्त की थी जिससे वह बोइंग 737 चलाने लगी। [5]
- वह एयरबस 300 भी चला चुकी है। [5]
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 23 सितंबर 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अप्रैल 2015.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 16 जनवरी 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अप्रैल 2015.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 3 जनवरी 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 अप्रैल 2015.
- ↑ अ आ इ ई "Biographical Sketch". मूल से 2 अप्रैल 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 मार्च 2015.
- ↑ अ आ इ ई "History of Airlines". मूल से 25 दिसंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 10 मार्च 2015.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 3 जनवरी 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 अप्रैल 2015.