देववरराव मुकने उर्फ मुहम्मदसाहजी मुकने (१४३५ - १४९०) जव्हार रियासत के चौथे कोली राजा थे।[1] ये राजा नेमसाह मुकने के पौत्र थे जिसको दिल्ली सल्तनत के सुल्तान मुहम्मद बिन तुग़लक़ ने साह की उपाधि से सम्मानित किया था। देववरराव मुकने बहमनी सल्तनत के सुल्तान मुहम्मद साह पृथम के साथ विदार किले पर युद्ध किया इसी दौरान मुकने बहमनी सल्तनत की राजकुमारी के साथ प्रेम कर बेठे। बहमनी सल्तनत की राजकुमारी से विवाह करने के पश्चात देववरराव मुकने को एक नया नाम दिया गया मुहम्मद साह जव्हार रियासत को वापिस लो आए और अपनी मृत्यु तक शांतिपूर्ण राज किया। देववरराव मुकने की मृत्यु के पश्चात उसके बेटे को राजा न बनाया गया उनके भाई कृष्णाराव मुकने को जव्हार की राजगद्दी दी गई।[2][3][4]

  1. Epstein, M. (2016-12-26). The Statesman's Year-Book: Statistical and Historical Annual of the States of the World for the Year 1938 (अंग्रेज़ी में). Springer. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-230-27067-1.
  2. Ghurye, Govind Sadashiv (1957). The Mahadev Kolis (अंग्रेज़ी में). Popular Book Depot.
  3. "Imperial Gazetteer2 of India, Volume 14, page 87 -- Imperial Gazetteer of India -- Digital South Asia Library". dsal.uchicago.edu. मूल से 4 मार्च 2010 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2020-04-19.
  4. Thomas, Robert Hughes; Karr, G. B. Seton; Marriott, Saville; Harrison, W. H.; Oliphant, J. E.; Robertson, Henry Dundas; Ethersey, R.; Turquand, W. J.; Mansfield, S. (1856). Rough notes containing historical, statistical, and other information connected with the petty states of Junjeera, and Jowar, in the Tanna Collectorate, ... (अंग्रेज़ी में). Printed at the Bombay Education Society's Press.