द्विअपवर्तन (birefringence) पदार्थ का वह प्रकाशीय गुण है जिसमें उसका अपवर्तनांक प्रकाश के ध्रुवण तथा प्रकाश के दिशा के अनुसार अलग-अलग होता है।

ग्राफ कागज पर रखे कैल्साइट क्रिस्टल से होकर देखने पर ग्राफ की नीली रेखाएँ दो-दो बार दिख रहीं हैं।



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