भाषाविज्ञान में जब किसी शब्द के मूल या स्टेम (stem) को दोहराया जाता है तो इसे द्वित्व (Reduplication) कहते हैं। मूल की पुनरावृत्ति हूबहू हो सकती है या मामूली परिवर्तन के साथ। 'साथ-साथ', 'कहाँ-कहाँ', 'धीरे-धीरे', 'खाना-वाना', 'चलते-चलते' आदि हिन्दी में प्रयुक्त कुछ द्वित्व हैं।

विश्व की अनेकानेक भाषाओं और भाषा-समूहों में द्वित्व पाया जाता है। द्वित्व का प्रयोग बहुबचन बनाने, जोर देने, या नये शब्द गढ़ने के लिये किया जाता है। जब कोई वक्ता अधिक जोर देना या अलंकारिक भाषा का प्रयोग करना चाहता है तो वह द्वित्व का उपयोग करता है। /(एक साथ युग्म रूप में प्रयुक्त शब्द द्वित्व शब्द कहलाते हैं)\

बाहरी कड़ियाँ

संपादित करें