द्विधात्विक संक्षारण

द्विधात्विक संक्षारण या गैवानिक संक्षारण (bimetallic corrosion या Galvanic corrosion) एक विद्युतरासायनिक प्रक्रिया है जिसमें परस्पर सटाकर रखीं गयी दो धातुओं में से होकर विद्युत धारा बहती है तो उनमें से एक संक्षारण होती है और दूसरी नहीं। इसी गैवानिक अभिक्रिया का उपयोग करते हुए प्राथमिक सेल कार्य करते हैं (वोल्टता उत्पन्न करते हैं)।

स्टेनलेस स्टील के नट-बोल्ट के सम्पर्क में लगे अन्य पदार्थ के वाशर संक्षारित हो गये हैं।


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