द्विध्रुवी चुम्बक
द्विध्रुवी चुम्बक कण त्वरकों में काम में आने वाला एक विद्युतचुम्बक है जो कुछ दूर तक एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र पैदा करता है। इसका उपयोग गतिमान आवेशित कणों को अपने मार्ग से मोड़ने के लिए किया जाता है। एक के बाद एक करके कई द्विध्रुवी चुम्बकों का प्रयोग करके आवेशित कणपुंज (particle beam) को मोड़कर एक 'वृत्तीय पथ' पर बनाए रखा जा सकता है।
द्विध्रुवी चुम्बक के अन्य उपयोग
संपादित करें- कणों को त्वरक में प्रविष्ट कराने हेतु
- कणों को त्वरक से बाहर निकालने हेतु
- कणों के घूमने की कक्षा (orbit) को ठीक करने हेतु
- सिंक्रोट्रॉन विकिरण को पैदा करने के लिए
- द्रव्यमान स्पेक्ट्रमिकी (mass spectroscopy) में समस्थानिकों के द्रव्यमान के मापन के लिए
- कण भौतिकी में कणों के संवेग के मापन के लिए।
ये भी देखें
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