धर्ममर्गथिल (मलयालम: ധർമ്മമാർഗ്ഗത്തിൽ) भारत से मलयालम भाषा की सर्वाधिक प्रतिभावान कवयित्रियों में से एक नालापत बालमणि अम्मा का काव्य संग्रह है, जो 1938 में पहली बार मलयालम भाषा में प्रकाशित हुआ और इसका द्वितीय संस्कारण 1954 में आया।[1]

सन्दर्भ संपादित करें

  1. बालमणि अम्मा (1954). ധർമ്മമാർഗ്ഗത്തിൽ [धर्ममर्गथिल] (मलयालम में). मातृभूमि प्रेस. पृ॰ 2. ASIN B0000CQ0BG.