उस भित्ति (दीवार) को धारक भित्ति (Retaining wall) कहते हैं जो अप्राकृतिक प्रवणता (स्लोप) वाली मिट्टी को कटकर गिरने से बचाने के लिए निर्मित की जाती हैं। उदाहरण के लिए, किसी पहाड़ी स्थान पर सड़क के किनारे धारक भित्ति बनानी पड़ती है ताकि सड़क पर मिट्टी और पत्थर न गिरने पाएँ।

पत्थर की बनी धारक भित्ति

यह भित्ति कांक्रीट, ईंट, पत्थर, आदि से बनायी जाती है। धारक भित्ति का उपयोग अन्य कार्यों के लिए भी किया जाता है, जैसे बेसमेण्ट का निर्माण, नालियाँ बनाने में आदि। पानी आदि रोकने के लिए भी इसका प्रयोग होता है। इन भित्तियों पर क्षैतिज दिशा में भी बल लगता है जो भित्ति द्वारा रोकी गई मिट्टी की प्रकृति पर निर्भर करता है। अतः धारक भित्ति के डिजाइन में इन क्षैतिज बलों की गणना महत्वपूर्ण है।

कुछ प्रमुख प्रकार की धारक भित्तियाँ संपादित करें

 
कुछ प्रमुख प्रकार की धारक भित्तियाँ


सन्दर्भ संपादित करें