धार्ष्ट्य
धार्ष्ट्य[1] या धृष्टता लज्जा के विपरीत है। धृष्ट होने का अर्थ जोखिमों के बावजूद कार्य पूर्ण करने की इच्छा से है। [2]
उदाहरणार्थ, सामाजिकता के सन्दर्भ में, एक धृष्ट व्यक्ति सामाजिक परिस्थितियों में शर्म या अस्वीकृति का जोखिम उठाने या शिष्टाचार या भद्रता के नियमों को झुकाने हेतु प्रस्तुत हो सकता है। अत्यधिक धृष्ट व्यक्ति आक्रामक रूप से धन मांग सकता है, या अनुरोध पूर्ण करने हेतु किसी पर लगातार दबाव डाल सकता है।
धार्ष्ट्य की तुलना साहस से की जा सकती है क्योंकि साहस का अर्थ है भय तो रखना किन्तु उसका सामना करना।
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ www.wisdomlib.org (2019-03-10). "Dharshtya, Dhārṣṭya, Dashtrya: 8 definitions". www.wisdomlib.org (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-09-17.
- ↑ Aquinas, Thomas (1485). "Question XXVII: Of Daring". Summa Theologica. II.2.