धीरेंद्र सिंह (जन्म 01 नवंबर 1966) एक भारतीय राजनीतिज्ञ और उत्तर प्रदेश की सत्रहवीं विधानसभा के सदस्य हैं। वह उत्तर प्रदेश के जेवर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य हैं।[1][2][3][4] उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के तीन बार विधायक रहे वेदराम भाटी को 22,173 मतों से हराया।[5][6][7]

धीरेंद्र सिंह
जन्म 1 नवम्बर 1966
नागरिकता भारत
पेशा राजनीतिज्ञ
राजनैतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी

प्रारंभिक जीवन एवं शिक्षा संपादित करें

धीरेंद्र सिंह ने गौतमबुद्ध नगर जिले के रबुपुरा कस्बे में ठाकुर हीरी सिंह और शांति देवी के राजनीतिक एवं कृषक परिवार में हुआ था। उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ से और इतिहास में परास्नातक डिग्री प्राप्त की है। वह सेंट जॉन्स कॉलेज, आगरा के पुरातन छात्र हैं।[8]

राजनीतिक क्षेत्र में सक्रियता संपादित करें

धीरेंद्र सिंह ने सेंट जॉन कॉलेज, आगरा में छात्र नेता के रूप में अपना राजनीतिक जीवन प्रारंभ किया। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में सदस्यता लेने के उपरांत कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। भट्टा पारसौल के किसान आंदोलन के समय धीरेंद्र सिंह ने सक्रिय भूमिका का निर्वाह किया। भट्टा पारसौल के भूमि अधिग्रहण आंदोलन को समर्थन देने के लिए जब कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी पहुंंचे तो धीरेंद्र सिंह उन्हें अपनी बाइक पर बैठाकर गांव में लाए थे। बड़े स्तर पर प्रदर्शन का नेतृत्व किया।[9]धीरेंद्र सिंह ने भारत में भूमि अधिग्रहण कानून को बदलने के लिए एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया था। वह विधानसभा चुनाव 2012 में कांग्रेस के उम्मीदवार थे, लेकिन वोटों के कम अंतर से पराजित हो गए थे।[10][11]अंतत: उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले धीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस से त्याग पत्र दे दिया और भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। वह पहली बार उत्तर प्रदेश विधानसभा के सदस्य चुने गए हैं।[12][13][14][15][16][17][18]


सन्दर्भ संपादित करें