ध्यानाभाव एवं अतिसक्रियता विकार

ध्यानाभाव एवं अतिसक्रियता विकार (ध्यातिवि) (अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (अंग्रेजी: attention deficit hyperactivity disorder) या AD/HD या ADHD) एक मानसिक विकार और दीर्घकालिक स्थिति है जो लाखों बच्चों को प्रभावित करती है और अक्सर यह स्थिति व्यक्ति के वयस्क होने तक बनी रह सकती है। विश्व मे लगभग 3 से 5% बच्चे इससे पीड़ित है। ADHD के साथ जुड़ी प्रमुख समस्याओं मे ध्यानाभाव (ध्यान की कमी या ध्यान ना देना), आवेगी व्यवहार, असावधानी और अतिसक्रियता शामिल हैं। अक्सर ADHD से ग्रस्त बच्चे हीन भावना, अपने बिगड़े संबंधों और विद्यालय में खराब प्रदर्शन जैसी समस्याओं से जूझते रहते हैं। माना जाता है कि ध्यानाभाव एवं अतिसक्रियता विकार अनुवांशिक रूप से व्यक्ति मे आता है। लड़के, लड़कियों की तुलना मे इसके शिकार अधिक होते हैं।

ध्यानाभाव / अतिसक्रियता विकार
वर्गीकरण एवं बाह्य साधन
ADHD से ग्रस्त बच्चों को ध्यान केंद्रित करने और अपने स्कूल कार्य को पूरा करने में मुश्किल होती है।
आईसीडी-१० F90.
आईसीडी- 314.00, 314.01
ओएमआईएम 143465
डिज़ीज़-डीबी 6158
मेडलाइन प्लस 001551
ईमेडिसिन med/3103  ped/177
एम.ईएसएच D001289

हालांकि ध्यातिवि (ADHD) का कोई स्थायी उपचार नहीं है फिर भी उपचार से इसके लक्षणों को काफी हद तक कम किया जा सकता है। आमतौर से उपचार मे मनोवैज्ञानिक परामर्श, दवायें या फिर दोनों शामिल हो सकते हैं।

किसी बच्चे का ध्यातिवि (ADHD) से ग्रस्त होना अभिभावकों और बच्चों दोनों के लिए भयावह हो सकता है, साथ ही इसके साथ जीवन एक चुनौती जैसा हो सकता है, हालांकि उपचार के द्वारा इसके लक्षणों पर बहुत हद तक काबू पाया जा सकता है। ध्यातिवि (ADHD) के शिकार अधिकतर बच्चे बड़े होकर एक जीवंत, सफल और सक्रिय वयस्क बनते हैं।

ध्यातिवि (ADHD) को ध्यानाभाव विकार (ADD) और अतिसक्रियता भी पुकारा जाता है, लेकिन ध्यातिवि (ADHD) ज्यादा सटीक शब्द है क्योंकि यह इस स्थिति के दोनों प्राथमिक पहलुओं: ध्यान ना देना और अतिसक्रियता-आवेगी व्यवहार का वर्णन बखूबी करता है।

हालांकि ध्यातिवि (ADHD) से ग्रस्त कई बच्चों मे ध्यानाभाव और अतिसक्रियता-आवेगी व्यवहार मे से कोई एक लक्षण ज्यादा मुखर होता है पर, ज्यादातर बच्चों मे ध्यानाभाव और अतिसक्रियता-आवेगी व्यवहार का एक मिला जुला रूप देखा गया है। ध्यातिवि (ADHD) के संकेत और लक्षण उन गतिविधियों मे और अधिक स्पष्ट रूप से उभर कर आते हैं, जिनके दौरान मानसिक रूप से ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता होती है। ध्यातिवि (ADHD) से ग्रस्त अधिकांश बच्चों मे इसके संकेत और लक्षण 7 वर्ष की उम्र से पहले ही देखे जा सकते हैं। कुछ बच्चों में तो, ध्यातिवि (ADHD) के लक्षण शैशव मे ही देखे जा सकते हैं।

बाहरी कड़ियाँ

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