नताशा देवांशु वत्स द्वारा रचित एक कॉमिक पात्र है जो मैथिली भाषा की पहली चित्रकथा श्रृंखला है। यह चित्रकथा १७ जुलाई, १९९९ को अस्तित्व में आई पर मैथिली में बाल पत्रिकाओं की कमी के कारण सितंबर द्वितीय १९९९ में हिन्दी की बाल पत्रिका बालहंस में पहली बार प्रकाशित हुई। उसके बाद से नताशा चित्रकथा हिन्दी-अंग्रेज़ी-मैथिली के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं, ई-पत्रिकाओं (चकचक, बाल भारती, प्रभात खबर, बालहंस, जनसत्ता, TINKLE, बाल भास्कर, हिंदुस्तान, *मैथिल आर मिथिला, *विदेह आदि) में प्रकाशित होती रही है।

कॉमिक पात्र "नताशा"

पात्र परिचय संपादित करें

 
"नताशा" कॉमिक बुक के रूप में

नताशा १० वर्ष की एक छोटी-सी चुलबुली लड़की है, जो अपनी शरारतों और हाजिर जवाबी से पाठकों को गुदगुदाती है। कभी वह दूसरों को मूर्ख बनाती है तो कभी स्वयं ही मूर्ख बन जाती है। नताशा के सहयोगी पात्र रोमी, दादाजी, डेज़ी और भोंदूमल हैं। रोमी, नताशा का दोस्त है, दादाजी स्कूल में शिक्षक हैं, डेजी पड़ोस में रहने वाली दीदी है और भोंदूमल नताशा के यहाँ नौकरी करते हैं। इधर *श्रुति प्रकाशन ने नताशा चित्रकथा को मैथिली भाषा में किताब के रूप में प्रकाशित किया है। शीघ्र ही इसका हिन्दी और अंग्रेजी संस्करण बाज़ार में उपलब्ध हो सकेगा। यह चित्रकथा *Bird Features पर भी उपलब्ध है।

सन्दर्भ संपादित करें