नतोन्नत षडबल के काल बल का एक हिस्सा होता है। जातक दिन में हुआ है या रात्रि में हुये जन्मको आधार बनाकर नतोन्नत बल निकाला जाता है। कुछ ग्रह दोपहर में बली होते हैं। वह उन्नत बल और कुछ ग्रह रात्रि में बली होते हैं। वे नत बल रखते हैं। इस बल को निकालने के लिये दिनमान व रात्रिमान की गणना की जाती है।

नतोन्नत बल में सामान्यत: यह देखा गया है कि रात्रि के जन्म में चन्द्र, मंगल और शनि का नत बल अधिक व सूर्य, गुरु और शुक्र का उन्नत बल कम होता है। इसके विपरीत दिन का जन्म होने पर सूर्य, गुरु और शुक्र का उन्नत बल अधिक व नत बल कम होता है।