नदी विसर्प एक प्रमुख प्रवाही जल (नदी) कृत अपरदनात्मक स्थलरुप हैं। मैदानी क्षेत्रों में नदी की धारा दाएं-बाएं, होते हुए प्रवाहित होती है और विसर्प बनाती है। ये विसर्प अंग्रेजी के 's' आकार की होते हैं। नदियों का ऐसा घूमना अधिक अवसादी बोझ के कारण होता है। [1][2]जब नदी मैदानी छेत्र में प्रवेश करती है,तो वाह मोड़दार मार्ग पर बहने लगती है। नदी के इन्हीं बड़े मोड़ो को विसर्प कहते है।

  1. "नदी विसर्प या नदी मोड़". मूल से 31 जुलाई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 दिसंबर 2015.
  2. भूगोल मुख्य परीक्षा. Tata McGraw-Hill Education. पृ॰ 121. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0070144850. अभिगमन तिथि 1 दिसंबर 2015.

बाहरी कड़ियाँ

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