नन्द ऋषि
नन्द ऋषि (शेख नूर-उद-दीन नूरानी के नाम से भी जाना जाता है और आलमदार-ए-कश्मीर ("कश्मीर का ध्वजवाहक") शीर्षक से)(1377-1440) कश्मीर के सूफ़ी संत कवि थे। उनकी कविता का अनुवाद जयश्री ओडिन ने किया है।[2] 2005 में, भारत सरकार ने श्रीनगर हवाई अड्डे का नाम बदलकर शेख उल-आलम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा कर दिया और इसे अंतर्राष्ट्रीय दर्जा दिया।[3]
नन्द ऋषि | |
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نُنٛدٕ ریوٚیش | |
Charar-e-Sharief shrine | |
धर्म | इस्लाम |
व्यक्तिगत विशिष्ठियाँ | |
जन्म |
नूर-उद-दीन 1377 A.D. Qaimoh, कश्मीर |
निधन |
1438 AD[1] Charar-i-Sharief, Charari Sharief, Kashmir |
शांतचित्त स्थान | Charar-e-Sharief shrine |
सन्दर्भ
संपादित करें- ↑ सन्दर्भ त्रुटि:
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का गलत प्रयोग;Mir Nasti 2019
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है। - ↑ जयश्री ओडिन, Lalla to Nuruddin: Rishi-Sufi Poetry of Kashmir. Delhi: Motilal Banarsidass (2013).
- ↑ "International flights from Srinagar Airport: Were Governments really interested?". Greater Kashmir. 3 March 2017.
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