ग्राम एंडवा में पर्वत की एक केंद्र में नरसिंह भगवन का मंदिर है जो बहुत कल्याणकारी है यह पर एक लगभग ५-६ फ़ीट का एक कुंड है जिसमे हमेसा १२ मास पानी उपलव्द रहता है जिसमे से कितना ही पानी निकाले उसमे पानी कम नहीं पड़ता है कहते है की यहां बहुत पहले एक संत ने तपस्या की थी जिसकी गांव वालो बहुत सेवा सत्कार किया करते थे  जिससे उसने यहां से जाते वक्त वरदान स्वरूप इस कुंड के पानी को अटूट बना दिया | यह पर साथ ही एक हनुमान मंदिर भी है  तब से आज तक यहां    पर हमेसा संत रहते है | कोई डोंगी साधू  यह पर रुक नहीं सकता यही इस स्थान  की महिमा है | आज भी यह नरसिंघ भगवन की सारा गांव मिल कर पूजा करते है तो चाहे एक भी बादल आकाश में न हो पर गांव में बरसात हो जाती है इस स्थान पर औरत नहीं जा सकती उन्हें नीचे ही रुकना होता है यदि ऐसा ना करे अथवा उप्पर चली जाये तो बड़ी मधुमखहि  उन पर हमला कर  देती है और उन्ही को डंक मारती  है जो गलती करते है|