नैराटोफिलिया एक यौनिक प्रतीकात्मकता है जिसमें शब्द और संबंधित कामुक बोल, यौन उत्तेजना पैदा किया जाता हैं; आमतौर पर किसी साथी को गंदे और अश्लील शब्द या कहानियाँ सुनाकर उत्तेजित किया जाता हैं। कुछ लोगों के लिए, ऐसे लेखन या शब्द जो पूरी तरह से अश्लील नहीं भी हों, तब भी उनका उत्तेजनात्मक प्रभाव समान हो सकता है।[1][2] इस शब्द का प्रयोग अश्लील शब्दों, वाणियों, बोल या/और कहानियों को सुनाकर उत्तेजना पैदा करने के लिए भी किया जाता है।[1]

इन्हें भी देखें

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  1. D. Richard Laws, William T. O'Donohue (2008). Sexual Deviance: Theory, Assessment, and Treatment. Guilford Press. पपृ॰ 397–398. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-1-59385-605-2.
  2. Brenda Love (1994). The Encyclopedia of Unusual Sex Practices. Barricade Books. पृ॰ 146. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 1-56980-011-1.