नागेन्द्रनाथ दत्त भारत की स्वतंत्रता-संग्राम के महान क्रांतिकारी थे। वे 'गिरिजा बाबू' के नाम से प्रसिद्ध हैं। उनका सम्बन्ध अनुशीलन समिति से था।

उनका जन्म १८९८ में सिल्हट में हुआ था। वे बचपन से ही अंग्रेज-विरोधी गतिविधियों में सम्मिलित थे। १४ वर्ष की उम्र में ही उन्होने अपने पिताजी से बन्दूक चलाना सीख लिया था। वे सुप्रसिद्ध क्रांतिवीर रासबिहारी बोस के अत्यन्त निकट थे। १९१५ के बनारस काण्ड में उनकी सक्रिय भूमिका थी।

५ वर्ष की कैद के दौरान ब्रिटिश सरकार ने उनके उपर अमानवीय अत्याचार किये जिसके विरोध में उन्होने अन्न-जल का त्याग कर दिया। इसके कारण १९१८ में उनकी मृत्यु हो गयी।


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