नाम (फ़िल्म)

1986 की महेश भट्ट की फ़िल्म

नाम 1986 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। महेश भट्ट द्वारा निर्देशित और राजेंद्र कुमार द्वारा निर्मित इस फिल्म में नूतन, संजय दत्त, कुमार गौरव, पूनम ढिल्लों, अमृता सिंह और परेश रावल मुख्य कलाकार हैं। इस फिल्म को महेश भट्ट, परेश रावल और संजय दत्त के करियर में एक मील का पत्थर माना जाता है। भारतीय बॉक्स ऑफिस पर नाम ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी। इसको इसके संगीत विशेषकर गीत "चिट्ठी आई है" के लिये भी जाना जाता है।

नाम

नाम का पोस्टर
निर्देशक महेश भट्ट
लेखक सलीम ख़ान
अभिनेता संजय दत्त,
नूतन,
कुमार गौरव,
अमृता सिंह,
परेश रावल,
पूनम ढिल्लों,
आकाश खुराना,
राम मोहन,
गुर बच्चन सिंह,
आशुतोष गोवरिकर,
छायाकार प्रवीण भट्ट
संपादक डेविड धवन
संगीतकार लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
प्रदर्शन तिथियाँ
30 अगस्त, 1986
देश भारत
भाषा हिन्दी

संक्षेप संपादित करें

जानकी कपूर (नूतन) और उसके दो बेटे रवि (कुमार गौरव) और विकि (संजय दत्त) गरीब हैं और अपनी जरूरतें पूरे करने में भी उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ता है। रवि एक जिम्मेदार बेटा है जो अपने भाई और माँ दोनों के लिये ईमानदारी से पैसे कमाता है। सीमा (पूनम ढिल्लों) उसकी खुद्दारी और उसुलों से प्रभावित है और उसे पसंद करती है। वही विकि आवारा किस्म का व्यक्ति है जो जल्दी पैसे कमाने के लिये जुआ जैसे कई गैर-कानूनी काम करता है। विकि को दुबई जा कर काम करना है क्योंकि उसने कई लोगों से सुना है कि वहाँ उन्होंने सफल जिंदगी स्थापित की है। रवि पैसे इकट्ठे करके उसे दुबई भेजने का बंदोबस्त करता है। वहाँ विकि को पता चलता है कि उसके कागजात नकली है और उसे नशीली दवाओं की तस्करी कराकर वहाँ भेजा गया है।

कोई और रास्ता न दिखने पर वो वहाँ वो राणा (परेश रावल) के लिये तस्करी का काम शुरू कर देता है। जिसमें उसका साथ अनिच्छिक रूप से रीटा (अमृता सिंह) भी देती है। वहीं उसके भाई और माँ के पास कोई सूचना न आ पाने पर वो लोग चिंतित होने लगते हैं। उन्हें पता चलता है कि वो हॉन्ग कॉन्ग में पहुँच चुका है। रवि उसे ढूंढने वहाँ जाता है। विकि तस्करी के लिये पकड़ा जाता है और उसे सजा हो जाती है। वो पुलिस से भागकर राणा का कत्ल कर देता है। रवि पुलिस से बचाकर विकि को देश से बाहर निकालने की कोशिश करता है लेकिन अंत में वो पुलिस द्वारा गोलीबारी में मारा जाता है। भारत में रीटा विकि के बच्चे को जन्म देती है लेकिन खुद मर जाती है। अंत में सीमा, रवि और उसकी माँ विकि के बच्चे के साथ मंदिर में मिलते हैं।

मुख्य कलाकार संपादित करें

संगीत संपादित करें

संगीतकार - लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल
गीतकार - आनंद बख्शी
# शीर्षक गायक
1 "अमीरों की शाम गरीबों के नाम" मोहम्मद अज़ीज़
2 "चिट्ठी आई है" पंकज उधास
3 "तेरे दिल की तू जाने" कविता कृष्णमूर्ति
4 "तू कल चला जायेगा (भाग 1)" मनहर उधास, मोहम्मद अज़ीज़
5 "तू कल चला जायेगा (भाग 2)" मोहम्मद अज़ीज़
6 "वेरिया वे किया क्या कसूर" लता मंगेशकर

बाहरी कड़ियाँ संपादित करें