नारायणीयम्
नारायणीयम् मध्ययुगीन संस्कृत ग्रन्थ है। इसके रचयिता केरल में जन्मे भक्तकवि नारायण भट्टतिरि हैं जिन्होने सोलहवीं शती में इस ग्रन्थ की रचना की।
यह काव्य भागवत पुराण का सार है। इसमें लगभग १८ हजार श्लोक हैं जो भगवान कृष्ण की अराधना के लिये हैं।
बाहरी कड़ियाँ
संपादित करें- नारायणीयम् (हिन्दी अर्थ सहित)
- Complete Narayaneeyam - All 1036 verses of Narayaneeyam in font-independent Sanskrit text, with audio
- Narayaneeyam
- Srimad Narayaneeyam Audio with telugu meaning
- Narayanneyam for the young
- Complete Narayaneeyam is also available here
- Advaita Bhakti through contemplative practice of Narayaneeyam[मृत कड़ियाँ]
- Commentary on Narayaneeyam
- Narayaneeya Satsang Samiti
- Narayaneeyam - First Step (Narayaneeyam shlokas in anvaya form with word meanings and simple explanation)
- Narayaneeyam in Malayalam
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