नितिन सक्सेना (जन्म: ३ मई १९८१, इलाहाबाद[1]) गणित एवं सैद्धांतिक संगणक विज्ञान के क्षेत्र में कार्यरत एक भारतीय संगणक वैज्ञानिक है। उन्होंने मणीन्द्र अग्रवाल और नीरज कयाल के साथ मिलकर ऐकेएस पराएमीलिटी टेस्ट प्रस्तावित किया, जिसके लिए उन्हें उनके सह लेखकों के साथ प्रतिष्ठित गोडेल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।

वैज्ञानिक उदहरण
वेग्यानिक स्थान्
नितिन सक्सेना
जन्म ३ मई १९८१
इलाहाबाद, भारत
आवास बॉन, जर्मनी
राष्ट्रीयता भारतीय
क्षेत्र संगणक विज्ञान
शिक्षा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर
डॉक्टरी सलाहकार मणीन्द्र अग्रवाल
प्रसिद्धि ऐकेएस पराएमीलिटी टेस्ट
उल्लेखनीय सम्मान गोडेल पुरस्कार (२००६)

उल्लेखनीय रूप से यह अनुसंधान उनके अवर अध्ययन का एक हिस्सा था।

प्रारंभिक जीवन

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वर्ष २००६ में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर के संगणक विज्ञान एवं अभियान्त्रिकी विभाग से इन्होंने पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। इसके पहले २००२ में सक्सेना ने इसी संस्थान से अपनी स्नातक स्तर की शिक्षा पूरी की। सन् २००८ के पश्चात् सक्सेना जर्मनी के बॉन विश्वविद्यालय में प्रोफेसर है।


पुरस्कार एवं सम्मान

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कम्प्यूटेशनल जटिलता सिद्धांत में उनके कार्य के लिए आईआईटी कानपुर ने सक्सेना को विशिष्ट छात्र पुरस्कार से पुरस्कृत किया।


  1. नितिन सक्सेना. "सीवी" (PDF). मूल (PDF) से 24 अगस्त 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि १६ नवम्बर २०१०.


बाहरी कड़ियाँ

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