नित्यानन्द तिवारी (जन्म- १९३८) हिन्दी साहित्य के वरिष्ठ आलोचक हैं। मध्ययुगीन रोमांचक आख्यान, सृजनशीलता का संकट, आधुनिक साहित्य और इतिहास का बोध इनकी प्रमुख आलोचना पुस्तकें हैं।